Latest posts by Sapna Rani (see all)हल्द्वानी: हल्द्वानी में गुरुवार को अवैध मदरसा गिराए जाने के बाद हिंसा हुई थी। इसके बाद से कर्फ्यू लगा हुआ है। यह तस्वीर शनिवार सुबह की है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। उत्तराखंड के हलद्वानी में 8 फरवरी को एक अवैध मदरसे और नमाज के लिए बनाई जा रही इमारत पर नगर निगम ने बुलडोजर चलाया था। इसके बाद हजारों लोगों की भीड़ ने पुलिस और निगम की टीम पर हमला कर दिया था। घटना के बाद हिंसा भड़क गई थी। जिसमें अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है।हिंसा को 48 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं। प्रशासन ने इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया है। तीन दिन से बनभूलपुरा में कर्फ्यू भी लगा दिया है। हालांकि, नैनीताल-बरेली मोटर मार्ग को कर्फ्यू से मुक्त रखा गया है। यहां पर दुकानें खुलेंगी और वाहनों का आवागमन भी जारी रहेगा। प्रशासन ने कहा है कि जरूरी काम के बिना लोगों को घर से निकलने की मनाही है। फिर भी बाहर जाना पड़े तो सिटी मजिस्ट्रेट से परमिशन लेनी होगी। शहर भर में सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। मेडिकल और हॉस्पिटल खुले रहेंगे। इमरजेंसी सेवा जारी रहेगा। प्रशासन ने अब तक 5 हजार उपद्रवियों पर FIR दर्ज की है। 19 नामजद हैं और 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।I.N.D.I.A और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि मंडल की राज्यपाल से मुलाकातशनिवार (10 फरवरी) को I.N.D.I.A और सिविल सोसाइटी के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में उत्तराखंड के राज्यपाल से राज भवन में मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने घटना की निष्पक्ष जांच HC के रिटायर या फिर सेवा में मौजूद जज से कराने की मांग की है।दंगाग्रस्त इलाके से दूर इंदिरा नगर में मिली एक डेडबॉडीहल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में हिंसा के बाद से अभी तक 5 डेडबॉडी मिल चुकी हैं। एक डेडबॉडी दंगाग्रस्त इलाके से काफी दूर इंदिरा नगर रेलवे फाटक के पास मिली। पुलिस ने अभी तक 5 लाशों का पोस्टमॉर्टम कराया है।9 फरवरी को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जिन शवों के पोस्टमॉर्टम कराए गए उनमें नाम…फईम (26 साल) पुत्र मोहम्मद नासिर निवासी गांधी नगरशहनवाज (20 साल) पुत्र शफीक अहमद निवासी आजाद नगरअनस (16 साल) पुत्र जाहिद निवासी गफूर बस्तीजाहिद (45 साल) पुत्र नूर मोहम्मद निवासी गफूर बस्तीप्रकाश (23 साल) पुत्र श्याम देव निवासी शहना बाजपुरइन सभी की मौत गोली लगने से बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि आरिस नाम के युवक को भी सिर में गोली लगने के बाद बरेली रेफर किया गया था। बरेली के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत की बात कही जा रही है, लेकिन स्थानीय प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।70 हजार की आबादी घरों में कैद, दूध-सब्जी को तरसे लोगहल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में मलिक के बगीचे और आसपास के करीब 2 किमी एरिया को पुलिस ने सील कर दिया है। इस इलाके में कर्फ्यू लगा है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश हैं। ये पूरा मुस्लिम बहुल इलाका है। इस एरिया में करीब 70 हजार की आबादी रहती है।हिंसा भड़कने के बाद से ही ये लोग घरों में कैद हैं। इस इलाके में प्रशासन की ओर से दूध, सब्जी और रोजमर्रा की जरूरत की चीजों की सप्लाई की भी कोई व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है। इस इलाके में पुलिस के साथ ही अद्धसैनिक बल लगातार रूट मार्च कर रहे हैं।महिला पुलिसकर्मी बोली- हमें जलाने की कोशिश कीमहिला पुलिसकर्मी के मुताबिक, हम बहुत बचकर आए। बचने के लिए हम 15-20 लोग एक घर में घुस गए। लोगों ने पथराव किया, बोतलें फेंकीं। आग लगाने की कोशिश की। चारों तरफ, गलियों, छतों से पथराव हो रहा था। उन्होंने गलियां घेर ली थीं। जिसने हमें बचाया, उन लोगों ने उसे भी गालियां दीं, घर तोड़ दिया। हम लोगों ने फोन किया, लोकेशन भेजी, तब फोर्स आई तो हमें बाहर निकाला।हल्द्वानी डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार को बताया था कि अतिक्रमण हटाने से पहले ही टीम पर हमले की प्लानिंग कर ली गई थी। भीड़ ने पहले पत्थर फेंके, जिन्हें फोर्स ने तितर-बितर कर दिया था। इसके बाद दूसरा जत्था आया और उसने पेट्रोल बम से हमला किया था।सिंह ने बताया था कि स्कूल-कॉलेज बंद हैं। पैरामिलिट्री और PAC की कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। हमले की जानकारी देते हुए डीएम ने बताया कि भीड़ ने गाड़ियां और ट्रांसफॉर्मर फूंक दिए। साफ है कि हमले की योजना पहले से थी। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से शुरू की गई। ऐहतियातन फोर्स फोर्स तैनात की गई थी। हमारी टीम ने किसी को उकसाने का काम नहीं किया। किसी फोर्स का इस्तेमाल नहीं किया गया था।वंदना सिंह ने कहा, “हल्द्वानी के अलग-अलग इलाकों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है। चौराहों-सड़कों को चौड़ा करने के लिए एक्शन लिया जा रहा है। लोगों को नोटिस दिए गए। एक समिति बनाई गई थी। कुछ लोग हाईकोर्ट भी गए। अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई किसी एक चीज को टारगेट करके नहीं की गई थी। हम लंबे समय से सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने का प्रयास कर रहे थे।”मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- अतिक्रमण कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है। जिन लोगों ने हमला और आगजनी की है, उनकी पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।धामी ने गुरुवार को मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस, इंटेलिजेंस के अन्य सीनियर ऑफिसर के साथ हालात की समीक्षा की। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। फोर्सेस को अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया था- मदरसा और नमाज वाली जगह पूरी तरह अवैध है। तीन एकड़ जमीन से कब्जा हटाया गया। गुरुवार को अवैध निर्माण ढहा दिया गया।हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना ने खुफिया तंत्र की पोल खोल कर रख दी है। बिना तैयारी के पुलिस प्रशासन अतिक्रमण हटाने पहुंचा था। पुलिस प्रशासन और नगर निगम ने बनभूलपुरा के मालिक बगीचे में अवैध मदरसा और नमाज स्थल तोड़ने की योजना तो बना ली, लेकिन वहां की तंग गलियों के चक्रव्यूह को समझने में प्रशासन ने भूल कर दी।
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