― Latest News―

Homehindi1 स्टूडेंट पर 7 टीचर फिर भी सभी सब्जेक्ट में फेल, उत्तराखंड...

1 स्टूडेंट पर 7 टीचर फिर भी सभी सब्जेक्ट में फेल, उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट के बाद शिक्षा विभाग का ऐक्शन – Uttarakhand

7 teachers for 1 student but still student fails in all subjects, education department takes action after Uttarakhand board results7 teachers for 1 student but still student fails in all subjects, education department takes action after Uttarakhand board results7 teachers for 1 student but still student fails in all subjects, education department takes action after Uttarakhand board resultsइस खबर को शेयर करेंLatest posts by Sapna Rani (see all)देहरादून: उत्तराखंड में नैनीताल के ओखलकांडा स्कूल में सात-सात शिक्षकों के इकलौते छात्र के फेल होने के मामले में सभी शिक्षकों को एडवर्स एंट्री दी जाएगी। स्कूल के वरिष्ठ सहायक को भी एडवर्स एंट्री मिलेगी। स्कूल के प्रधानाचार्य के वित्तीय अधिकार छीनकर निकटवर्ती अटल उत्कृष्ट जीआईसी-पतलोट के प्रधानाचार्य को दे दिए गए हैं।मंगलवार को महानिदेशक-शिक्षा झरना कमठान ने ‘हिन्दुस्तान’ को बताया कि कुछ समय पहले ‘हिन्दुस्तान’ में खबर प्रकाशित होने के बाद छात्र के फेल होने की नैनीताल के सीईओ गोविंद जायसवाल से जांच कराई गई थी। सीईओ ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। पाया गया है कि स्कूल के सभी शिक्षकों के बीच परस्पर समन्वय का अभाव रहा है।शिक्षक भी शिक्षण अधिगम के प्रति उदासीन रहे हैं। यही वजह है कि कक्षा 6 से 10 तक में पढ़ रहे बाकी 12 बच्चों का शैक्षिक स्तर भी संतोषजनक नहीं है। जांच रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि शिक्षकों की उदासीनता का प्रभाव आगे भी पड सकता है।दसवीं कक्षा के एकमात्र छात्र के फेल होने के मामले में जांच अधिकारी ने कहा कि वह बच्चा पढ़ने लिखने में अत्यधिक कमजोर है। वह लगभग विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की भांति है। शिक्षकों ने स्कूल में पठन पाठन को गंभीरता से नहीं लिया गया है। इसी वजह से छात्र संख्या भी कम है और शैक्षिक स्तर भी कमजोर।महानिदेशक ने बताया कि सीईओ ने प्रधानाचार्य के वित्तीय अधिकार हटा दिए हैं। सीईओ ने सभी शिक्षकों और विभागीय कार्यों में लापरवाही के लिए वरिष्ठ सहायक को शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिये एडवर्स एंट्री देने की सिफारिश की है। उसे लागू किया जा रहा है।महानिदेशक-शिक्षा झरना कमठान ने बताया कि उत्तराखंड के सभी शिक्षकों, प्रधानाचार्यों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल में पठन पाठन और अन्य विद्यालयी गतिविधियों में लेशमात्र भी लापरवाही न करें। यदि भविष्य में इस प्रकार का कोई प्रकरण सामने आया तो तो सबंधित शिक्षक, प्रधानाचायों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।