उत्तराखंड
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देहरादून: चावल के सांस्कृतिक महत्व को दर्शाते हुए, पैसिफिक मॉल देहरादून में स्थित कैफे दिल्ली हाइट्स ने ‘राइस एबव द रेस्ट’ नामक फेस्टिवल की घोषणा करी, जो 26 जनवरी से 16 फरवरी तक आयोजित होने जा रहा है।
इस महोत्सव के लिए विशेष रूप से एक मेन्यू तैयार किया गया है जो भारतीय व बाहर के चावल के विविध सांस्कृतिक और क्षेत्रीय महत्व को दर्शाएगा। दही चावल और हैदराबादी बिरयानी जैसे पारंपरिक पसंदीदा व्यंजनों से लेकर रिसोट्टो और चिपोटले बरिटो बाउल जैसे अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों तक, यह मेनू स्वादों की एक आनंददायक शृंखला प्रदान करने को तैयार है।
कैफे दिल्ली हाइट्स के संस्थापक विक्रांत बत्रा का कहना है कि चावल की बहुमुखी प्रतिभा इसे पूरी दुनिया में सबसे पसंदीदा अनाज बनाती है। खिचड़ी व साधारण पुलाव से लेकर प्रसिद्ध बिरयानी तक, चावल एक ऐसी दावत है जिसकी तुलना नहीं की जा सकती। इसलिए हमने कैफे दिल्ली हाइट्स में इस सुपर फूड का जश्न मनाने के लिए विशेष मेन्यू तैयार करने के बारे में सोचा।
फेस्टिवल के बारे में उत्साह व्यक्त करते हुए, कैफे दिल्ली हाइट्स के कलीनरी डायरेक्टर, शेफ आशीष सिंह ने एक प्रामाणिक और स्वादिष्ट भोजन अनुभव सुनिश्चित करने के लिए चावल की कई किस्मों के सावधानीपूर्वक चयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “चावल के शौक़ीन दून वासियों के लिए यह फेस्टिवल परंपरा और नवीनता दोनों का जश्न मनाते हुए चावल-आधारित व्यंजनों की समृद्ध श्रृंखला में डूबने का एक अनूठा अवसर है। प्रत्येक व्यंजन की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए उचित मसालों और शेफ की पाक कला के साथ हम चावल की विभिन्न किस्में भी लेकर आए हैं, जिनमें सेला बासमती, बंगारू थीगलू, राजभोग अरुआ चावल, देहरादूनी बासमती, इलुपाई पू सांबा, मस्क बुडिज, गोअन शॉर्ट ग्रेन रेड राइस (उकड़ा), अंबे मोहर, जोहा आदि शामिल हैं।”
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