― Advertisement ―

Homehindiदेहरादून : ड्रग्स माफियाओं की आयी शामत ! सिर्फ जैल नहीं ड्रग्स...

देहरादून : ड्रग्स माफियाओं की आयी शामत ! सिर्फ जैल नहीं ड्रग्स बेच कमाई अवैध संपत्ति भी होगी फ्रीज – myuttarakhandnews.com

एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर शानदार शुरुआत
उत्तराखंड की अस्थायी राजधानी देहरादून में नशे का कारोबार खूब फल फूल रहा है , स्कूल कॉलेजों से ले कर आम कामगारों में भी अलग अलग प्रकार के नशे प्रचलित है ।ऐशे में पुलिस पर भी वक्त वेवक्त सवाल उठते है ।इन आरोपों का जबाब देते और नशे के कारोबारियों को जड़ से खत्म करने के लिए देहरादून पुलिस नेएनडीपीएस एक्ट के तहत फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन कर ड्रग माफिया शिवम गुप्ता की 01 करोड से अधिक मूल्य की अवैध सम्पत्ति ( जमीनें, वाहन व बैंक एकाउंट) को फ्रीज करवाया है ।बताते चले कि कोबरा गैंग का शातिर नशा तस्कर शिवम गुप्ता, जिसे पुलिस द्वारा मार्च 2024 में अवैध मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया गया था ,उसके विरुद्ध पूर्व में भी मादक पदार्थों की तस्करी व अन्य भी कई अपराधों के मामले दर्ज है ।शिवम पूर्व में भी मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त रहने पर पिट एनडीपीएस एक्ट के तहत 9 महीने जिला कारागार सुद्धोवाला में रहा था ।
बताया जा रहा है कि शिवम की फ्रीज़ अवैध सम्पति की Market Value अनुमानित मूल्य से कई गुना ज्यादा है । इसकी संपतिदेहराखास में 25 लाख रू0 कीमत का प्लाट, मेहूवाला माफी में लगभग 45 लाख तथा 15 लाख रू0 कीमत के 02 प्लाट, 11 लाख रू0 कीमत के 03 वाहन तथा अलग-अलग बैंक एकाउण्टो में लगभग 03 लाख 20 हजार रू0 होने अभी तक कानूनी जानकारी मिली है ।
सभी फ्रीज संपति की जानकारी पुलिस द्वारा रजिस्ट्रार कार्यालय, आर0टी0ओ0 आफिस , बैंकों व अन्य सम्बन्धित विभागों को प्रेषित की गयी है।
महत्वपूर्ण तथ्य ये भी है किएनडीपीएस एक्ट के तहत जनपद देहरादून में किसी भी नशा तस्कर की अवैध सम्पत्ति के जब्तीकरण की यह पहली कार्यवाही है।एसएसपी देहरादून द्वारा ही एसएसपी एसटीएफ रहते हुए उनके द्वारा ही उत्तराखण्ड में पहली बार एनडीपीएस एक्ट धारा 68 (f) के तहत बरेली गैंग के विरुद्ध फाइनेंशियल इनवेस्टिगेशन शुरू करवायी थी ।
नशा माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही तेज करते हुए देहरादून पुलिस अब पटेलनगर व रायपुर क्षेत्र के 2 शातिर अपराधी अमरकांत अतिवाल उर्फ डोलामोहसिन रावदोनों इस समय एनडीपीएस एक्ट के तहत जिला कारागार सुद्धोवाला में बंद है ।इन दोंनो की भी अवैध सम्पत्ति की जानकारी के लिए फाइनेंसियल इन्वेस्टिगेशन की जा रही है।

Post Views: 2

Post navigation