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जलते जंगल- सुलगता पहाड़,कैसे होगा राज्य- खुश हाल, हिमालय- पूछ रहा सवाल” पर वेबिनार – my uttarakhand news

*जलते जंगल- सुलगता पहाड़,कैसे होगा राज्य- खुश हाल, हिमालय- पूछ रहा सवाल” पर वेबिनार*चमोली (प्रदीप लखेड़ा )सेवा इंटरनेशनल द्वारा “अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस 4 मई 2024” को उत्तराखंड मे बढ़ती दावनल की घटनाओ एवम इन घटनाओ में जनधन की हानि के साथ ही मृतकों की बढ़ती संख्या पर एक वेबिनार आयोजित किया गया l जिसका विषय “जलते जंगल- सुलगता पहाड़,कैसे होगा राज्य- खुश हाल, हिमालय- पूछ रहा सवाल”प्रमुखता से रहा lकार्यक्रम में मुख्य अतिथि मिश्रित वन के प्रणेता एवम पर्यावरण विद्ध जगत सिंह चौधरी जंगली, चिपको आंदोलन नेत्री श्रीमती बाली देवी के साथ ही अतिथियों में प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष मोहन नेगी, वन संरक्षण कार्यकर्ता देव राघवेंद्र,की उपस्थिति रही lकार्यक्रम में बढ़ती आग की घटनाओं के लिए चीड़ की बढ़ती संख्या के साथ ही जलवायु परिवर्तन एवम जागरूकता की कमी,संसाधनों का अभाव एवम लचर सुरक्षा तंत्र को जिम्मेवार बताते हुए वक्ताओं ने मिश्रित वनों को बढ़ावा देने, चीड़ को वनों से हटाने एवम वन अग्नि से बचाव के लिए सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया lवक्ताओ ने कहा की वनअग्नि की घटनाओं में उत्तराखंड देश में पहले स्थान पर है, और इस से बचाव के लिए किये जा रहे प्रयास नाकाफी हैं l वक्ताओ ने कहा कि जिस् प्रकार से राज्य में दावानल फैल रहा है, इसे राज्य आपदा घोषित कर, आपदा के समान ही बचाव के कार्य तीव्र गति से करने की आवश्यकता है / वक्ताओ ने कहा की अल्मोड़ा जिले में मृतकों के संख्या यह कहने के लिए काफी है की वनअग्नि अब जंगलो की ही समस्या नहीं है अपितु आग आज आबादी को भी प्रभावित कर रही है लो वक्ताओ ने कहा की वनों की यह आग ना केवल राज्य के परिस्थितीतंत्र को खतरा है बल्कि इसके चलते राज्य के लोगों की आर्थिकी एवम रोजगार भी प्रभावित हो रहे हैं lवक्ताओ ने कहा कि राज्य के जंगलों की आग से जानवरों,पक्षियों, जीव जन्तुओ की अकाल मृत्यु के साथ ही जंगली जानवर आग से बचने के लिए आबादी क्षेत्रों मे बड़ी संख्या मे आ कर बच्चों और महिलाओ की मौत का कारण बन रही हैं lवक्ताओ ने कहा कि वनग्नि की इन घटनाओ में वृद्धि को रोकने के लिए सामुदायिक सहभागिता के साथ युधस्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है। वक्ताओं ने कहा की जो श्रद्धालु,तीर्थ यात्री, घुमंतु यात्री देश- विदेश से यहाँ यात्रा के लिए आते हैं, वो भी वनग्नि की इस घटना से देव भूमि से अच्छा संदेश नही ले के जा सकते l इस लिए समय है कि हम सब मिलकर इस पर कार्य करते हुए समाधान करें lकार्यक्रम में जनपद चमोली एवम रुद्रप्रयाग के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओ, किशोरी समूहों, महिला मंगल दल, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, पत्रकार,बुधिजिवी वर्ग आदि ने भाग लिया l कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक प्रदीप नेगी ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का धन्यवाद किया l कार्यक्रम का संचालन मनबर रावत ने किया lकार्यक्रम में सेवा के राज्य प्रबंधक तारक राम,संदीप बरत्वाल,ममता देवी, लता, बीना देवी, कपिल देव, कमला देवी, विजय रावत, मनोज बेंजावाल,पूजा देवी, मंदोदरी पंत, रघुवीर नेगी, वंदना गुसाईं ने अपने विचार व्यक्त किये l