― Latest News―

Homehindiगुस्से में वोटर्स! उत्तराखंड निकाय चुनाव का किया बहिष्कार, 400 में पड़ा...

गुस्से में वोटर्स! उत्तराखंड निकाय चुनाव का किया बहिष्कार, 400 में पड़ा मात्र एक वोट – Uttarakhand

Angry voters! Boycotted Uttarakhand civic elections, only one vote was cast out of 400Angry voters! Boycotted Uttarakhand civic elections, only one vote was cast out of 400Angry voters! Boycotted Uttarakhand civic elections, only one vote was cast out of 400इस खबर को शेयर करेंLatest posts by Sapna Rani (see all)देहरादून: उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव 2025 में एक तरफ जहां राज्य निर्वाचन आयोग लोगों को ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील कर रहा है, तो वहीं कुछ इलाकों में लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया है. ऐसे ही एक मामला देहरादून नगर निगम के केसर वाला क्षेत्र से सामने आया है. यहां पर 400 करीब वोटर हैं, लेकिन दोपहर बाद तक भी सिर्फ एक ही वोट पड़ा.देहरादून मालदेवता क्षेत्र के केसर वाला में लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया है. स्थानीय लोगों की मानें तो इस इलाके में करीब 400 मतदाता हैं, लेकिन सुबह से केवल एक ही व्यक्ति वो वोट डाला है. स्थानीय निवासी दीपू कोठारी ने बताया कि केसर वाला क्षेत्र की जनता बेहद नाराज है, इसलिए उन लोगों ने मतदान बहिष्कार का फैसला लिया है.लोगों की मर्जी के बगैर निगम क्षेत्र में जोड़ा: दीपू कोठारी ने बताया कि स्थानीय लोगों के मर्जी के बिना केसर वाला को देहरादून नगर निगम में जोड़ा गया है. नगर निगम के शामिल होने के बाद केसर वाला को कोई सुविधा भी नहीं मिली. क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की लंबे समय से मांग है, लेकिन अब तक कोई नगर निगम का व्यक्ति यहां देखने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि वैसे भी यह ग्रामीण क्षेत्र है. इसे नगर निगम में जोड़ने की कोई जरूरत नहीं थी.पक्की नहीं हो सकी सड़क: इसके अलावा दूसरा विषय केसर वाला क्षेत्र के अंदरूनी इलाके से होकर जाने वाली सड़क है, जो की कैंट क्षेत्र में पड़ती है. स्थानीय निवासी दीपू कोठारी ने बताया कि पिछले चुनाव में जब यहां पर बड़े-बडे़ नेताओं ने चक्कर लगाए तो उन्होंने वादा किया था कि इस सड़क को पक्का बनाया जाएगा, लेकिन अब तक सड़क को पक्का नहीं किया गया.नाला भी बना दिक्कत: इसके अलावा केसर वाला क्षेत्र के बीचों-बीच होकर जाने वाला एक नाला भी क्षेत्र की जनता की नाराजगी का एक कारण है. उन्होंने बताया कि यह नाला क्षेत्र की बसावट वाले इलाके के बीच और सड़क से भी गुजरता है, लेकिन आज तक कोई इसकी सुध लेने नहीं आया.इसके बाद लोगों ने फैसला लिया कि निकाय चुनाव में मतदान न करना ही बेहतर फैसला है. उन्होंने बताया कि यहां पर तकरीबन 400 लोगों की वोटिंग होनी थी, लेकिन उसमें से केवल एक-दो लोगों ने ही मतदान किया है. वो भी ऐसे लोग हैं जिन्होंने मतदान किया है जो कि अब यहां से बाहर रहते हैं. केवल मतदान करने यहां आए थे.