केदारनाथ उपचुनाव से पहले कांग्रेस के नेताओं ने खोला मोर्चा पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट को लेकर नाखुश नजर आ रहे कांग्रेस नेता प्रदेश अध्यक्ष भी रिपोर्ट से दिख रहे हैं नाराज
है , प्रत्याशी चयन में अगर पर्यवेक्षकों को अपनी ही मनमानी करनी थी तो अन्य लोगों से आवेदन क्यों लिए गए और उनसे निर्धारित शुल्क क्यों जमा करवाया गया यह भी एक बड़ा विषय है , कुल मिला करके प्रदेश कांग्रेस कमेटी को विश्वास में ना लिया जाना किसी षडयंत्र और मैच फिक्सिंग की ओर इशारा कर रहा है , उन्होंने कहा कि वह अपना विरोध केंद्रीय नेतृत्व को भी दर्ज करवाएंगे इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व से समय मांग रहे हैं और उनके साथ अन्य दावेदार भी केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे । उन्होंने कहा कि उन्हें प्रत्याशी चयन में पहले ही पक्षपात की आशंका थी इसीलिए उन्होंने सह प्रदेश प्रभारी को अपनी आशंकाओं से अवगत करा दिया था ,इसके बावजूद केदारनाथ विधानसभा में प्रत्याशी चयन को लेकर के जो पक्षपात किया जा रहा है वह पार्टी हित में बिल्कुल भी नहीं है
शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि मैं पार्टी का समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ता हूं मजबूरी में मुझे पार्टी हित में सार्वजनिक मंच पर अपनी बात रखनी पड़ रही है उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय नेतृत्व से आग्रह करेंगे की केदारनाथ विधानसभा में जो अन्य दावेदार हैं उन्हें बुलाकर सर्वसम्मति बनाई जाए तब जाकर के प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया जाए और पार्टी से बाहर के किसी भी व्यक्ति को पार्टी पर ना थोप जाए सर्वसम्मति बनाकर पार्टी जिसे भी टिकट देगी सभी दावेदार एकजुट होकर उसको जीताने के लिए काम करेंगे लेकिन उसके लिए सबको विश्वास में लिया जाए ।