प्रदूषण को लेकर वैज्ञानिकों ने एक चेतावनी जारी की है, उन्होंने बताया है कि अगर आने वाले समय में वायु गुणवत्ता नहीं सुधरी तो अगले दो दशकों में दुनिया के कई हिस्सों में ओजोन परत के कमजोर होने के चलते मौतें काफी पड़ जाएगी
वैज्ञानिकों ने जो शोध किए हैं उसमें कई बड़े पहलू निकलकर सामने आए हैं उन्होंने चेताया है कि अगर वायु गुणवत्ता नियमों को मजबूत नहीं किया गया तो आने वाले समय में दैनिक मृत्यु दर में बढ़ोतरी हो जाएगी , शोध के अनुसार पृथ्वी के वातावरण में बीतें कुछ वर्षों में ओजोन में प्रदूषण की मात्रा डेढ़ गुना तक बढ़ गई है ओजोन प्रदूषण श्वसन समस्याओं हृदय रोग को बढ़ाता है और इससे समय से पहले मौत हो सकती है
शोधकर्ताओं ने उत्तरी अमेरिका यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया ,अफ्रीका के शहरों से वायु प्रदूषण का डाटा एकत्र किया फिर उन्होंने चार अलग-अलग जलवायु और वायु गुणवत्ता परी दृश्य के तहत भविष्य में ओजोन के संबंधित मौतों की गणना करने के लिए अत्यधिक जलवायु मॉडल का उपयोग किया
अध्ययन में हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं अगर इसी दर पर वायु प्रदूषण बढ़ता रहा तो मौजूदा समय से वर्ष 2054 तक ओजोन से संबंधित मौतों में प्रतिवर्ष 45 से 6200 की वृद्धि होगी
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