चमोली गढ़वाल (उत्तराखंड ):आज 24 मई गुरुद्वारा श्री गोविन्दघाट से पंचप्यारों की अगुवाई में हेमकुंड साहिब जी के पवित्र निशान सिक्ख श्रद्धालुओं का पहला जत्था श्री हेमकुण्ड साहिब के लिए रवाना हुआ । बताते चले कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार 22 मई 2024 को ऋषिकेश से पंज प्यारों की अगुवाई में हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए जाने वाले प्रथम जत्थे को रवाना किया।आज इस समूह का रात्रि विश्राम घांघरिया स्थित गुरुद्वारे में होगा,वहाँ से कल दिनांक 25 मई 2024 की प्रातः यह जत्था श्री हेमकुण्ड साहिब के लिए रवाना होगा। तदुपरान्त श्री हेमकुण्ड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। यह यात्रा15 हजार फीट की ऊंचाई तक की यह रोमांचित कर देने वाली 18 किलोमीटर की यह पैदल यात्रा है,जो हर एक श्रद्धालु की कठिन परीक्षा लेने वाली यात्रा भी है ।
परिचय -हेमकुंट साहिब चमोली जिला, उत्तराखंड, भारत में स्थित सिखों का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यह हिमालय में 4632 मीटर (15,192.96 फुट) की ऊँचाई पर एक बर्फ़ीली झील के किनारे सात पहाड़ों के बीच स्थित है। इन सात पहाड़ों पर निशान साहिब झूलते हैं।इस तक ऋषिकेश-बद्रीनाथ सड़क मार्ग पर पड़ते गोविंदघाट से केवल पैदल चढ़ाई के द्वारा ही पहुँचा जा सकता है।
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