― Advertisement ―

HomehindiCM पुष्कर सिंह धामी ने टाले सभी कार्यक्रम, चार धाम यात्रा को...

CM पुष्कर सिंह धामी ने टाले सभी कार्यक्रम, चार धाम यात्रा को लेकर बुलाई हाई लेवल मीटिंग – myuttarakhandnews.com

Latest posts by Sapna Rani (see all)नई दिल्ली: char Dham Yatra Uttarakhand: चार धाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड में पिछले कुछ वर्षों में कई हादसे हुए हैं, जिसके चलते श्रद्धालुओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हाल फिलहाल में जंगलों में लगी आग की वजह से उत्तराखंड सरकार की काफी किरकिरी हो चुकी है। इस बीच राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आज चार धाम यात्रा को लेकर एक बड़ी बैठक की। इस बैठक के लिए उन्होंने कई राजनीतिक प्रोग्राम तक टाल दिए।चारधाम यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा ली गई इस मीटिंग में उत्तरकाशी से लेकर रुद्रप्रयाग, चमोली के जिलाधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया था। अधिकारियों ने यात्रा को लेकर की ग सभी तैयारियों से मुख्यमंत्री को रूबरू कराया।जानकारी के मुताबिक सीएम धामी गुरुवार दोपहर सचिवालय पहुंचे थे। यहां उन्होंने चार धाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर जानकारी ली और साथ ही सभी जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए। बता दें कि इससे पहले सुबह मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा को लेकर जरूरी जानकारी दी थी। नियमों के मुताबिक, मंदिर से 200 मीटर तक मोबाइल प्रतिबंधित रहेंगे। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस संबंध में दिशा -निर्देश जारी करते हुए कहा था कि नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।आहत न होने दें धार्मिक भावनाएंअधिकारियों के साथ बैठक में सीएम ने कहा है कि बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं। इस दौरान कई लोग ऐसे भी पहुंच रहे जो आस्था नहीं बल्कि केवल घूमने के लिए आ रहे हैं और उनकी कुछ हरकतों की वजह से लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान देने की जरूरत है कि यहां आस्था को कोई ठेस न पहुंचाया। धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए।भक्तों की भीड़ से अलर्ट धामी प्रशासनगौरतलब है कि चार धाम यात्रा के लिए अब तक 27 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जबकि 3,34,732 श्रद्धालू अब तक यहां मंदिरों में दर्शन कर चुके हैं। जानकारी के मुताबिक केदारनाथ में अब तक 1,55,584, गंगोत्री में 63,078, यमुनोत्री में 70,433 और बदरीनाथ में 45,637 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं और संभावनाएं हैं कि अभी प्रशासन पर ज्यादा प्रेशर पड़ने वाला है।