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उत्तराखंड में साइबर अटैक, 6 दिन बाद भी अटकी 25 हजार कर्मचारियों की सैलरी – Uttarakhand myuttarakhandnews.com

Latest posts by Sapna Rani (see all)देहरादून : उत्तराखंड का स्टेट डाटा सेंटर अभी भी साइबर अटैक के वायरस से पूरी तरह मुक्त नहीं हो पाया है, साइबर अटैक के कारण प्रदेश के लगभग 25,000 सरकारी कर्मचारियों की सैलरी अटकी हुई है. राज्य सरकार के आईटी सिस्टम पर हुए इस साइबर हमले के बाद सुरक्षा के दृष्टिगत स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क (SWAN) को बंद कर दिया गया था, जिससे कई सरकारी सेवाओं पर असर पड़ा. गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को एक वायरस के हमले के बाद राज्य के ई-ऑफिस, 72 वेबसाइट्स और लगभग 70 सरकारी एप्लीकेशन बुरी तरह प्रभावित हुए. इस हमले की वजह से उत्तराखंड के ट्रेजरी सिस्टम पर भी असर पड़ा, जिससे हजारों सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल सका. हालांकि, धीरे-धीरे राज्य की ज्यादातर वेबसाइट्स और एप्लिकेशन फिर से काम करने लगी हैं, लेकिन ट्रेजरी सिस्टम अब भी सुचारू रूप से काम नहीं कर रहा है.ट्रेजरी का कामकाज जल्द होगा शुरूइंडियन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एजेंसी (ITDA) ने ट्रेजरी को स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क से अलग करके एक नए नेटवर्क की सुविधा प्रदान की है. उत्तराखंड कोषागार के निदेशक दिनेश चंद्र लोहनी ने जानकारी दी कि ट्रेजरी का काम शुरू हो चुका है. लोहनी ने बताया कि ITDA की सुरक्षा प्रक्रिया के तहत ट्रेजरी का इंटीग्रेटेड फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (IFMS) सर्वर बंद कर दिया गया था. हालांकि, सर्वर की स्कैनिंग का काम रविवार से ही शुरू हो चुका है और सोमवार से ही भुगतान प्रक्रियाएं बहाल कर दी गई हैं. उम्मीद है कि मंगलवार तक सभी कर्मचारियों की सैलरी जारी कर दी जाएगी।आज मिल जाएगा सबको वेतनकरीब 25,000 कर्मचारियों को इस महीने अब तक वेतन नहीं मिल पाया है. अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि 8 अक्टूबर तक सभी कर्मचारियों को उनका वेतन मिल जाएगा. पेंशनधारकों को इससे कोई समस्या नहीं हुई, क्योंकि उनका भुगतान साइबर अटैक से पहले ही किया जा चुका था. निदेशक लोहनी ने यह भी कहा कि ट्रेजरी को इंटरनेट की सुविधा आईटीडीए के स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क से मिलती है, लेकिन भविष्य में कोषागार के लिए एक स्वतंत्र इंटरनेट लाइन की योजना पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि ऐसी समस्याओं से बचा जा सके.