स्वास्थ्य महानिदेशक की होने जा रही विदाई लेकिन कर्मियों को 6 माह से पानी नही पीला पाई
हर घर जल, हर घर नल सरकार की कल्याणकारी योजना के रूप में देखा गया है लेकिन सरकारी विभाग में ही जब नल होने के बावजूद जल नहीं है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह योजना आम आदमी के लिए कितनी कारगर साबित हो रही होगी।
उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक की विदाई की बेला भले ही नजदीक आ गई है लेकिन स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात कर्मि 6 माह बाद भी पानी के लिए महरूम है।
यह हालत तब है जब एनएचएम के द्वारा पानी की आपूर्ति केस लिए साढे तीन लाख से ज्यादा का बजट भी जारी किया गया था लेकिन स्वास्थ्य महानिदेशक के द्वारा महानिदेशालय की समस्या का समाधान करने में ही फेल हो गई
कर्मचारी अब उनकी विदाई से पहले दबी जुबान में यह कहने लगे हैं कि महानिदेशक का यह कार्यकाल निराशाजनक ही रहा
कर्मचारी पानी के लिए दर-दर भटकते रहे लेकिन महानिदेशक अपने रिटायरमेंट तक भी उनके लिए पानी का इंतजाम नहीं कर पाई जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि महानिदेशक के द्वारा विभाग को किस गंभीरता के साथ चलाया गया है।