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उत्तराखंड में पानी की बोतल में था टॉयलेट क्लीनर, बुजुर्ग ने नशे की हालत में शराब समझ पी लिया, मौत – Uttarakhand myuttarakhandnews.com

Latest posts by Sapna Rani (see all)श्रीनगर गढ़वाल. उत्तराखंड के पौड़ी जनपद (Pauri Garhwal News) में एक बुजुर्ग ने नशे की हालत में एक गलती कर जीवनलीला समाप्त कर ली. घर में पानी की बोतल में टॉयलेट क्लीनर भरकर रखा था. बुजुर्ग ने उसे शराब समझकर पी लिया. जिसके बाद तबीयत खराब होने लगी. परिजन फौरन उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां इलाज के दौरान बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है. मिली जानकारी के अनुसार, घटना ग्राम जामनखाल की है. मृतक का नाम भगवान सिंह (67) था. तहसीलदार पौड़ी दीवान सिंह रावत और कोतवाल पौड़ी अमरजीत सिंह ने इस बारे में बताया कि जामनखाल निवासी 67 वर्षीय भगवान सिंह रविवार को एक विवाह में शामिल होने के लिए पौड़ी आए थे. विवाह होने के बाद वह घर लौट रहे थे लेकिन वह नशे की हालत में थे. परिजनों ने पुलिस को बताया कि घर में पानी की एक प्लास्टिक बोतल में टॉयलेट क्लीनर रखा था.शराब समझकर पी लिया टॉयलेट क्लीनरभगवान सिंह ने नशे की हालत में टॉयलेट क्लीनर को शराब समझकर पी लिया. जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें पौड़ी के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां सोमवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पौड़ी के कोतवाल अमरजीत सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. भगवान सिंह की मौत से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं गांव वाले भी इस तरह की घटना से हैरान हैं.शराब पिलाने वालों पर 50 हजार का जुर्मानाबता दें कि उत्तराखंड के कई पर्वतीय जिलों में शादी में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. नियम न मानने पर संबंधित परिवार पर जुर्माना लगाने का प्रावधान रखा गया है. उत्तरकाशी गाजणा पट्टी के उडरी गांव में 15 नवंबर को महिलाओं की ओर से विवाह और अन्य शुभ कार्यक्रमों में शराब पर प्रतिबंध का प्रस्ताव पारित किया गया. शराब परोसने वाले परिवार सहित उन लोगों पर भी जुर्माना लगाया जाएगा, जो समारोह में व्यक्तिगत तौर पर शराब पी रहे होंगे. उडरी गांव के ग्राम प्रधान भागचंद बिष्ट की अगुवाई में महिला मंगल दल सहित ग्रामीणों ने एक बैठक आयोजित की, जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जो शराब पिलाएगा, उस पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. साथ ही उस परिवार का बहिष्कार भी किया जाएगा.