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उत्तराखंड में महंगी हुई बिजली, जानें अब किस दर से करना होगा भुगतान? – Uttarakhand

Electricity has become expensive in Uttarakhand, know at what rate you will have to pay now?Electricity has become expensive in Uttarakhand, know at what rate you will have to pay now?Electricity has become expensive in Uttarakhand, know at what rate you will have to pay now?इस खबर को शेयर करेंLatest posts by Sapna Rani (see all)देहरादून. उत्तराखंड में एक बार फिर लोगों को महंगाई का करंट लग चुका है. राज्य में उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने कई वर्गों के लिए बिजली के दामों में वृद्धि की घोषणा की, जिसमें फिक्स चार्ज की वृद्धि नहीं की गई है लेकिन प्रति यूनिट बिजली के दाम लगभग 33 पैसे तक बढ़ाए गए हैं. आयोग ने राज्य में घरेलू और व्यावसायिक सहित कई वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए नई दरों की घोषणा की है. आयोग ने पिछले साल के टैरिफ के लिहाज से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 33 पैसे की दर से वृद्धि की है. इसी तरह व्यवसायिक उपभोक्ताओं के लिए 42 पैसे की वृद्धि की गई है. छोटी इंडस्ट्री के लिए 36 पैसे और बड़ी इंडस्ट्री के लिए 46 पैसे की बढ़ोतरी की गई है. उधर इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन में 65 पैसे की बढ़ोतरी सुनिश्चित की गई है.यूईआरसी यानी उत्तराखंड इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन के अध्यक्ष एमएल प्रसाद ने बताया कि ऊर्जा निगम ने विद्युत की दरों में 12.01 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था. यूपीसीएल ने जो आंकड़े प्रस्तुत किए थे, उनके परीक्षणों के आधार पर आयोग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए एआरआर 11576.05 करोड़ रुपये निर्धारित किए थे. वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अंतिम सहीकरण के प्रभाव को देखते हुए आयोग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 15122 एमयू की अनुमानित बिक्री पर वर्तमान टैरिफ पर राजस्व लगभग 10985.39 करोड़ का आंकलन किया गया, जिसमें 590.68 करोड़ रुपये का राजस्व का अंतर रह गया.यूपीसीएल के आंकड़ेयूपीसीएल के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड में लभगभ 27 लाख उपभोक्ताओं की बिजली की दरों में औसतन 5.62 फीसदी का इजाफा किया गया है. हालांकि ऊर्जा निगम ने यूईआरसी को 12.01 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, जिसके बाद आधे से कम पर ही सीमित करने के बाद पिछले साल के मुकाबले 1.3 फीसद कम वृद्धि हुई है. पिछले साल बिजली दरों में 6.92 फीसद बढ़ोतरी की गई थी. घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए 25 पैसे प्रति यूनिट से लेकर 45 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाए गए हैं. बिजली की घरेलू दर अब न्यूनतम 3.65 रुपये प्रति यूनिट से लेकर 7.80 रुपये प्रति यूनिट तक हो गई है. इसे हर महीने की यूनिट की खपत के मुताबिक ही गिना जाएगा.एमएल प्रसाद ने बताया कि घरेलू श्रेणी के एक किलोवाट, 4 किलोवाट और इससे ज्यादा लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए फिक्स्ड चार्ज स्थिर रहेंगे. वहीं सिंगल प्वाइंट बल्क सप्लाई वाले उपभोक्ताओं के लिए भी फिक्स्ड चार्ज पहले की तरह ही रहेंगे. हर तरह के लोड वाले उपभोक्ताओं को यूनिट की खपत के अनुसार ही बढ़ी कीमत का भुगतान करना होगा. घरेलू श्रेणी में हर महीने 100 यूनिट तक 25 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि होगी. वहीं हर महीने 101 से 200 यूनिट उपभोग करने पर 35 पैसे प्रति यूनिट और एक महीने में 201 से 400 यूनिट तक बिजली खर्च करने में 45 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा देने पड़ेंगे. इसी के साथ ही 400 यूनिट से ज्यादा महीनेभर में इस्तेमाल होने पर बिजली उपभोक्ताओं को 75 पैसे प्रति यूनिट (बढ़े हुए पैसे) देने पड़ेंगे. इसके हिसाब से घरेलू श्रेणी में एक यूनिट बिजली के दाम में औसतन 0.33 पैसे की बढ़ोतरी की गई है. अब विद्युत की औसत दर 6.16 रुपये पहुंच गई है. नई दर 3.65 रुपये प्रति यूनिट से 7.80 रुपये प्रति यूनिट के बीच हो गई है.