राजगुरु राकेश नौटियाल के नेतृत्व में पिताम्बरा शक्तिपीठ, माजरी माफी में होगा आयोजन, भक्तों के लिए होगा भक्ति-प्रसाद वितरण
देहरादून। शक्ति की उपासना और सनातन परंपरा के पालन हेतु उत्तराखंड की राजधानी देहरादून एक बार फिर भक्ति में रंगने जा रही है। माँ बगलामुखी जयंती के पावन अवसर पर 5 मई 2025, सोमवार को दोपहर 12 बजे से एक विशाल भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन पिताम्बरा शक्तिपीठ, माजरी माफी, मोहकमपुर, देहरादून में आयोजित होगा, जिसके संयोजक राकेश नौटियाल (राजगुरु बदरी विशाल धाम) हैं।
भक्ति और सेवा का अद्वितीय संगम
यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद रूपी अन्न का वितरण है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अवसर है जिसमें माँ बगलामुखी के चरणों में समर्पण और सेवा के भाव से जुटने का आह्वान किया गया है। माँ बगलामुखी, दस महाविद्याओं में एक हैं और उन्हें शत्रुओं का नाश करने वाली, वाणी और मन को वश में करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। इस पर्व को लेकर क्षेत्र में भक्तों में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।
वृहद स्तर पर तैयारियाँ, भक्तों के लिए विशेष प्रबंध
आयोजन स्थल पर विशाल पंडाल, बैठने की समुचित व्यवस्था, जलपान व्यवस्था और भक्ति संगीत के साथ वातावरण को दिव्यता से भरने की तैयारियाँ पूरी की जा चुकी हैं। आयोजन समिति की ओर से बताया गया है कि हर श्रद्धालु को शुद्ध व सात्विक भोजन प्रसाद के रूप में परोसा जाएगा, और साथ ही वहाँ आने वालों के लिए माँ बगलामुखी की विशेष पूजा-अर्चना और दर्शन की भी व्यवस्था की गई है।
राजगुरु बद्री विशाल धाम राकेश नौटियाल ने बताया कि यह आयोजन न केवल माँ बगलामुखी की कृपा प्राप्त करने का अवसर है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग को जोड़ने वाली आध्यात्मिक श्रृंखला भी है। उन्होंने समस्त क्षेत्रवासियों और श्रद्धालु भक्तों से अपील की है कि वे अपने परिवार, मित्रों और शुभचिंतकों के साथ इस भक्ति यज्ञ में शामिल होकर माँ का आशीर्वाद प्राप्त करें। “आप सभी श्रद्धालुजनों से अनुरोध है कि सपरिवार पधारें और माँ बगलामुखी के चरणों में भक्ति भाव अर्पित कर पुण्य लाभ प्राप्त करें।”
आयोजन विवरण:
तिथि: 5 मई 2025 (सोमवार)समय: दोपहर 12 बजे सेस्थान: पिताम्बरा शक्तिपीठ, माजरी माफी, मोथरोवाला, मोहकमपुर, देहरादूनआयोजक: राकेश नौटियाल (राजगुरु, बद्री विशाल धाम)
देहरादून में माँ बगलामुखी जयंती के अवसर पर विशाल भण्डारे का आयोजन, सपरिवार पधारें, माँ बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त करें”
