― Latest News―

Homehindiनैनीताल में चूहों का कहर! मॉल रोड से लेकर झील किनारे रोड...

नैनीताल में चूहों का कहर! मॉल रोड से लेकर झील किनारे रोड और इमारतों की दीवारों में सुराख, ढहने का खतरा – Uttarakhand

Rats wreak havoc in Nainital! From Mall Road to the lakeside road, there are holes in the walls of buildings and there is a danger of collapseRats wreak havoc in Nainital! From Mall Road to the lakeside road, there are holes in the walls of buildings and there is a danger of collapseRats wreak havoc in Nainital! From Mall Road to the lakeside road, there are holes in the walls of buildings and there is a danger of collapseइस खबर को शेयर करेंLatest posts by Sapna Rani (see all)नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल में चूहों की बढ़ती संख्या से सड़कों, इमारतों और नैनी झील के चारों ओर की रिटेनिंग दीवारों को संरचनात्मक नुकसान हो रहा है। इससे निवासियों और अधिकारियों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ रही है। ये चूहे बुनियादी ढांचे में सुराख कर रहे हैं, जिससे सड़कों और दीवारों में दरारें आ रही हैं। यह समस्या खासकर मॉल रोड और आवासीय क्षेत्रों में बढ़ी है।स्थानीय लोग और व्यापारी बताते हैं कि उन्होंने भारी नुकसान उठाया है। और कुछ का डर है कि अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो उनके घरों और दुकानों के ढहने की आशंका भी है। रिटायर्ड प्रधानाचार्य कला जोशी ने बताया,’मेरे घर के पास वाली सड़क को चूहों ने पूरी तरह से खोद डाला है। रिटेनिंग दीवार कभी भी गिर सकती है।’एक वस्त्र व्यापारी कैलाश ने कहा कि चूहों ने उनके स्टोर के माल को नुकसान पहुंचाया है और उनके घर की रिटेनिंग दीवार में भी सुराख करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि दीवारों में दरारें हैं, खाए हुए बिजली के तार हैं। और अब सड़कें भी प्रभावित हो रही हैं। नुकसान और बढ़ रहा है।एक्सपर्ट्स का मानना है कि शहरी इलाकों में विस्तार और जलवायु परिवर्तन इसके मुख्य कारण हो सकते हैं। बॉटनी के प्रोफेसर ललित तिवारी ने कहा कि जब इनके प्राकृतिक आवासों में रहने योग्य स्थिति नहीं रहती, तो चूहे गर्म जगहों की तलाश करते हैं। जलवायु परिवर्तन और शहरी विकास इन्हें मानव बस्तियों की ओर खींच सकता है।नगरपालिका प्रशासन ने इस समस्या का संज्ञान लिया है। एसडीएम प्रमोद कुमार ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि यह जांच की जाएगी कि क्या नुकसान केवल चूहों के कारण हो रहा है? उन्होंने कहा कि हमारी टीमें प्रभावित क्षेत्रों का सक्रिय रूप से निरीक्षण करेंगी। सड़कों और इमारतों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है।TOI से बात करते हुए एक निवासी ने स्थानीय लोगों और अधिकारियों से सतर्क रहने की अपील की। अधिकारियों से तत्काल चूहा नियंत्रण अभियान शुरू करने की मांग की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक शांत और भीड़ से अछूते क्षेत्रों में बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार चूहों को अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में घुसने के लिए प्रेरित कर सकता है।