उत्तराखंडधर्म–संस्कृति
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देहरादून श्री आदिनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर की माजरा द्वारा आज 22 बां वार्षिकोत्सव बहुत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। क्षुल्लक श्री समर्पण सागर जी महाराज के सानिध्य में प्रातः 6:00 बजे से नित्य नियम पूजा एवं शांति धारा की गई उसके पश्चात रथ यात्रा के लिए पात्रों का चयन कूपन से किया गया। जिसमें भगवान जी की प्रतिमा को रथ पर लेकर बैठने का <>सौभाग्य अमित जैन श्रेया डेंटल वालों को प्राप्त हुआ एवं सौधर्म इंद्र राजीव जैन , रथ के सारथी जितेंद्र जैन एवं सचिन जैन, इंद्र बनने का सौभाग्य अभिषेक जैन अमित जैन ,अक्षत जैन आर्जव जैन को कुबेर, मयंक जैन,एवम मालती जैन प्राप्त हुआ। रथ यात्रा जैन मंदिर जी से प्रारंभ होकर लाल पुल से वापस मंदिर की में जाकर समाप्त हुई इसके पश्चात श्री जी का उन्हें अभिषेक एवं शांति धारा एवं आरती की गई।आरती करने का सौभाग्य विजय जैन शैलबाला जैन परिवार को प्राप्त हुआ इसके पश्चात क्षुल्लक श्री समर्पण सागर जी महाराज ने जैन धर्म के वर्तमान के सबसे बड़े आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि लेने पर अपनी विद्यांजलि अर्पित की।सभी ने उनके लिए नमोकर महा मंत्र का जाप किया ,श्री समर्पण सागर जी ने बताया की जैन धर्म में मृत्यु को महोत्सव माना जाता हैं ,इसलिए इस पर शोक मनाना नही चाहिए। इस अवसर पर रथ यात्रा के संयोजक संदीप जैन मुकेश जैन वरिष्ठ संरक्षक वीर राजीव जैन मंदिर समिति के अध्यक्ष दिनेश जैन मंत्री प्रवीण जैन कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन जैन,मीडिया संयोजक गोपाल सिंघल,उत्तराखंड जैन समाज के महामंत्री लोकेश जैन उत्तराखंड जैन समाज के अध्यक्ष सुखमलचंद जैन, जैन धर्मशाला के अध्यक्ष सुनील जैन, प्रमोद जैन अमित जैन, गौरव जैन अनिल जैन, जैन मिलन पारस द्वारा रथ यात्रा संचालक का कार्य किया गया कार्यक्रम के पश्चात वीर गौरव जैन अरिहंत बिल्डर्स की सौजन्य से पूरे समाज के लिए वात्सल्य भोज की व्यवस्था की गई थी।
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