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उत्तराखंड में 27 से 30 जून तक होगी भारी बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी – Uttarakhand myuttarakhandnews.com

Latest posts by Sapna Rani (see all)Uttarakhand Weather Update Today: उत्तराखंड के निवासियों को जल्द ही भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि राज्य में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने 24 से 30 जून तक विभिन्न जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. प्री-मानसून की शुरुआत ने उत्तराखंड के मौसम में बदलाव के संकेत दिए हैं. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले सप्ताह में हल्की बारिश हो सकती है, जिससे राज्य के निवासियों को गर्मी से राहत मिलेगी. खासतौर पर, 27, 28 और 30 जून को भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिसके चलते पर्वतीय क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.कुमाऊं मंडल में ऑरेंज अलर्टवहीं उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के चार जिलों – नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के लिए 24 से 26 जून और 29 जून को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इस दौरान इन जिलों में संवेदनशील क्षेत्रों में पत्थर गिरने और भूस्खलन की आशंका है. मौसम विभाग ने लोगों को पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है.नदियों का बढ़ता जल स्तरआपको बता दें कि 24 जून से संभावित बारिश के चलते नदियों का जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है. इस परिप्रेक्ष्य में मौसम विभाग ने लोगों को नदी किनारों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है. नदियों का जल स्तर बढ़ने से संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए भी प्रशासन को तैयार रहने की हिदायत दी गई है.मौसम वैज्ञानिकों की रायइसके साथ ही आपको बता दें कि गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय, पंतनगर की मौसम वैज्ञानिक शिवानी कोठियाल ने बताया कि प्री-मानसून की दस्तक के साथ ही उत्तराखंड में मौसम में परिवर्तन शुरू हो गया है. उनके अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और पत्थर गिरने का खतरा भी बना रहेगा.विशेष सतर्कता की आवश्यकताइसके अलावा आपको बता दें कि मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है. संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और पत्थर गिरने की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, यात्रियों को अपने यात्रा कार्यक्रम को समायोजित करने और सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी गई है.स्थानीय प्रशासन की तैयारियांआपको बता दें कि स्थानीय प्रशासन भी मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर तैयारियों में जुट गया है. संवेदनशील क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया जा रहा है और राहत सामग्री की व्यवस्था की जा रही है. प्रशासन ने जनता से आग्रह किया है कि वे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद के लिए संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें.