― Advertisement ―

Homehindiहरिद्वार में महंगे शौक पूरा करने को यू-ट्यूब का किया इस्तेमाल, ट्रेनिंग...

हरिद्वार में महंगे शौक पूरा करने को यू-ट्यूब का किया इस्तेमाल, ट्रेनिंग लेकर खोली नकली नोट बनाने की फैक्ट्री – Uttarakhand myuttarakhandnews.com

Latest posts by Sapna Rani (see all)हरिद्वार: हरिद्वार में रानीपुर कोतवाली पुलिस ने नकली नोट छापने से लेकर बाजार में चलाने वाले गैंग का भंडाफोड़ कर छह आरोपियों को दबोचा है। उनके कब्जे से सवा दो लाख की नकली करेंसी बरामद की है। गैंग अभी तक बाजार में करीब एक लाख के नकली नोट चला चुका था। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि बुधवार की देररात गैस प्लांट चौकी पुलिस ने सुमन नगर पुलिया पर वाहन चेकिंग के दौरान दो अलग-अलग बाइकों में सवार चार युवकों को रोक लिया। संदिग्ध प्रतीत होने पर उनकी तलाशी ली गई। तलाशी में पांच सौ के नोटों की 22 हजार की नकली करेंसी बरामद हुई। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि देहरादून के सुद्धोवाला, प्रेमनगर और पटेलनगर में उनके दो साथी नकली नोट तैयार करने का कार्य करते हैं।बताया कि पुलिस टीम ने सुद्धोवाला, प्रेमनगर और दून एनक्लेव पटेलनगर में उनके बताए गए स्थान पर छापा मारा, जहां दोनों आरोपी हत्थे चढ़ गए। उन्होंने बताया कि मौके से पांच सौ 2.3 लाख रुपये के नकली नोट, दो लैपटॉप, दो प्रिंटर, चार कटर, दो कैंची, एक पेपर कटर, तीन कटर, पांच चमकीली ग्रीन टेप, पेन ड्राइवर और नोट बनाने का सामान बरामद हुआ।एसएसपी ने बताया कि प्रिंटर से नोट को स्कैन कर लैपटॉप की मदद से उसका प्रिंट निकालते थे। इसके बाद गैंग के सदस्य देहरादून और हरिद्वार में बाजार में नोट उतारने का कार्य करते थे। बताया कि भीड़ वाले क्षेत्र के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों या बुजुर्ग दुकानदारों को नकली नोट थमाकर छोटी मोटी खरीदारी करते थे। बताया कि दो आरोपी मोहित और निखिल कुमार पूर्व में हिमाचल के नाहन से नकली नोट छापने के मामले में जेल जा चुके हैं। आरोपी मोहित पूर्व में दुष्कर्म के मामले में भी विकासनगर देहरादून से गिरफ्तार हो चुका है।एक आरोपी सौरभ को देहरादून की पटेलनगर पुलिस बैग लूटने के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। बताया कि यू टयूब देखकर आरोपी विशाल और मोहित ने नोट छापने की ट्रेनिंग ली थी। इस दौरान एसपी अपराध पंकज गैरोला, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी देहात एसके सिंह, सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल मौजूद रही।ऐसे जुड़ा पूरा गैंग पांचवीं तक पढ़े लिखे सौरभ को पेशे से हलवाई भाइयों ने उसके चाल चलन को देखकर घर से बेदखल कर दिया था। वह गांव के ही रहने वाले विशाल और नीरज के साथ देहरादून के चंद्रबनी में पिछले पंद्रह बीस दिन से रहने लगा। वह नकली नोट छापने के धंधे से जुड़ गए थे।उन्हीं के माध्यम से उसकी दोस्ती पूर्व में नकली नोट छापने के आरोप में जेल जा चुके मोहित से हुई, जो सुद्धोवाला, देहरादून में किराए पर रहकर नकली नोट छाप रहा था। पूर्व में मोहित के साथ नकली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार हो चुका आरोपी निखिल कुमार सिडकुल की एक औद्योगिक इकाई में बतौर सिक्योरिटी गार्ड कार्यरत था।पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी -सौरभ पुत्र जसबीर निवासी गांधी कॉलोनी थाना देवबंद जिला सहारनपुर-निखिल कुमार पुत्र सुरेन्द्र कुमार निवासी ग्राम शाहजहांपुर थाना सरसावा जिला सहारनपुर हाल निवासी टिहरी विस्थापित कालोनी रानीपुर-अनंतबीर पुत्र स्वर्गीय जिले सिह निवासी लोकराड़ थाना बाबूगढ़ छावनी, जिला हापुड़ हाल निवासी सिडकुल-नीरज पुत्र राजेश निवासी गांधी कॉलोनी देवबंद, सहारनपुर-मोहित पुत्र राजेन्द्र निवासी सरसावा, जिला सहारनपुर यूपी-विशाल पुत्र राजेश निवासी गांधी कालोनी देवबंद जिला सहारनपुरपुलिस टीम में यह रहे शामिल एसएसपी ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई है। पुलिस टीम में एएसपी जितेंद्र मेहरा, कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी, एसएसआई नितिन चौहान, एसआई सुनील रमोला, एसआई अमित नौटियाल, एएसआई सुबोध, हेड कांस्टेबल गोपीचंद, दीपगौड़, जयदेव, करन तोमर, उदय शामिल रहे।