With the change in weather, dengue has arrived in Dehradun, what is the action plan for prevention in Uttarakhand?इस खबर को शेयर करेंLatest posts by Sapna Rani (see all)देहरादून : उत्तराखंड में मौसम बदलाव के साथ ही डेंग ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। देहरादून में समय से पहले ही डेंगू के मरीज मिलने लगे हैं। पिछले 14 दिन में दो निजी अस्पतालों में 16 मरीज पॉजिटिव पाए गए।मंगलवार को सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा के निर्देश पर आईडीएसपी और एनवीबीडीसीपी की टीम ने इन अस्पतालों का दौरा किया और मरीजों के बाबत जानकारी जुटाई। वहां चार मरीज भर्ती चल रहे हैं, जबकि 12 डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।सीएमओ ने बताया कि पैथोलॉजिस्ट और पीआरओ से विस्तृत जानकारी ली गई है। चिकित्सा अफसरों और आशाओं को निर्देशित किया गया कि अगले पंद्रह दिन तक इन क्षेत्रों में घर-घर सर्वे किया जाए। दूसरे जिलों से डेंगू पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों को लेकर उन जिलों को सूचना दे दी गई है। नगर निकायों को भी डेंगू नियंत्रण के लिए जरूरी कार्रवाई को लिखा गया है।सीएमओ तक को नहीं बताया, नोटिस जारीडेंगू मामले सामने आने पर सीएमओ कार्यालय में अफसरों की लापरवाही भी सामने आई है। अस्पतालों से भेजी गई जानकारी को आईडीएसपी एवं एनवीबीडीसीपी की ओर से सीएमओ तक को नहीं दी गई। सीएमओ ने इसे लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। इनको चेतावनी नोटिस किया जा रहा है।मौसम में परिवर्तन भी डेंगू की दस्तक का एक कारणसीएमओ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि डेंगू की दस्तक का समय अमूमन जुलाई से सितंबर तक होता है। पर, इस बार समय से पहले ही डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। इसके पीछे का कारण मौसम परिवर्तन भी माना जा रहा है। अभी लू नहीं चल रही है और मौसम में कुछ ठंडक भी है। पिछले दिनों बारिश हुई थी। इस वजह से डेंगू केस आए।देहरादून के दस मरीज, छह दूसरे शहरों से आएस्वास्थ्य टीम ने अस्पताल प्रबंधन, पीआरओ से जानकारी ली। श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में 12 मरीज और ग्राफिक एरा अस्पताल में चार मरीज डेंगू पॉजिटिव मिले। इनमें दस मरीज देहरादून जिले के हैं। जबकि छह मरीज हरिद्वार, यूएसनगर, बिजनौर, सहारनपुर और अंबाला से आए।दून अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए तीस बेड आरक्षितदून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डेंगू-चिकनगुनिया समेत तमाम मौसमी बीमारियों को लेकर 30 बेड आरक्षित कर दिए हैं। एमएस डॉ. आरएस बिष्ट ने बताया कि आयुष्मान विंग में 20 ऑक्सीजन युक्त बेड और 10 आईसीयू बेड आरक्षित रहेंगे। मरीजों की संख्या बढ़ने पर बेड बढ़ा दिए जाएंगे। आज बैठक भी रखी गई है।अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गएडेंगू पर नियंत्रण के लिए एहतियातन कदम उठाने के साथ ही अस्पतालों को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में जांच किट, दवाई और ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।सरकारी अस्पतालों के साथ प्राइवेट अस्पतालों के लिए एडवाइजरी का पालन अनिवार्य किया गया है। इसके साथ अस्पतालों में डेंगू वार्ड का आरक्षण और मच्छरदानी का प्रयोग करने के भी निर्देश दिए गए हैं। डेंगू मरीज मिलने पर सभी अस्पतालों के लिए सूचना देना भी अनिवार्य किया गया है।देहरादून में डेंगू से निपटने के लिए नगर निगम भी एक्शन प्लान के साथ तैयारदेहरादून नगर निगम ने शहर में डेंगू की रोकथाम के लिए एक अप्रैल से फॉगिंग अभियान की शुरुआत कर दी थी। बुधवार से इस विशेष अभियान में तेजी लाई जाएगी। लार्वीसाइड छिड़काव पर अधिक फोकस रहेगा, ताकि डेंगू मच्छर के लार्वा को पनपने से रोका जा सके। नगर आयुक्त नमामी बंसल ने बताया कि सोलह से तीस अप्रैल तक के लिए फॉगिंग और लार्वीसाइड के छिड़काव को एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है।उन्होंने बताया कि एक अप्रैल से विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री आवास, राजभवन, भगत सिंह कॉलोनी, तिलक रोड, सचिवालय समेत सरकारी भवन, सार्वजनिक स्थल और डेंगू संभावित इलाकों में फॉगिंग करवाई गई है। उन्होंने बताया कि जिन इलाकों में पानी एकत्रित होने से डेंगू का लार्वा पनपने की आशंका ज्यादा है, वहां लार्वीसाइड का छिड़काव कराया जाएगा।नगर स्वास्थ्य अनुभाग को निर्देश दिए गए हैं कि स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाएं, ताकि किसी सरकारी या निजी अस्पताल में डेंगू के केस सामने आने पर नगर निगम को तत्काल जानकारी मिल सके। उन्होंने यह भी चेताया कि डेंगू रोकथाम अभियान में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।नगर आयुक्त देहरादून नमामी बंसल ने बताया कि देहरादून नगर निगम के विभिन्न वार्डों में एक अप्रैल से फॉगिंग की जा रही थी। डेंगू रोकथाम के लिए 16 अप्रैल से अब व्यापक अभियान चलाया जाएगा। समस्त वार्डों में फॉगिंग और लार्वीसाइड का छिड़काव करवाया जाएगा।
मौसम बदलाव के साथ ही देहरादून में डेंगू की दस्तक, उत्तराखंड में रोकथाम के लिए क्या ऐक्शन प्लान? – Uttarakhand
