*मंजुल भाई को न्याय दिलाने और पत्रकार हितों की लड़ाई में आपका सहयोग जरूरी…..*
*वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र डसीला के नेतृत्व में बुधवार सुबह 10 बजे सचिवालय के मुख्य गेट पर विरोध-प्रदर्शन*
साथियों सोमवार सुबह वरिष्ठ पत्रकार मंजुल मांजिला की राष्ट्रीय खेलों की कवरेज के दौरान हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। मंजुल राष्ट्रीय ख़ेलों के लिए खेल विभाग द्वारा चयनित निजी कंपनी के लिए कार्य कर रहे थे । अब तक 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन निजी कंपनी द्वारा उनके परिवार को कोई आर्थिक सहायता नहीं दी गई है ।
खेल मंत्री रेखा आर्य ने कल कोरोनेशन अस्पताल पहुंचकर पत्रकारों के बीच में मदद का भरोसा दिया था । लेकिन अब तक निजी कंपनी की ओर से परिवार को कोई राहत राशि नहीं दी गई।
अगर आज शाम तक निजी कंपनी के द्वारा दिवंगत पत्रकार मंजुल के परिवार के लोगों को आर्थिक सहायता नहीं दी जाती है तो कल बुधवार को सभी पत्रकार सचिवालय के मुख्य गेट के बाहर धरने के लिए विवश होंगे।
अब समय आ गया है कि हम सिर्फ शोक न मनाएँ, बल्कि पत्रकारों के हक और सुरक्षा के लिए एकजुट हों। मीडिया संस्थानों को जवाबदेह बनाना होगा, सरकार से ठोस नीतियाँ माँगनी होंगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई और पत्रकार अपने पेशे के दबाव में जान न गँवाए।
यदि आप भी मंजुल भाई को न्याय दिलाने और पत्रकार हितों की इस लड़ाई में हमारे साथ हैं, तो अपनी आवाज़ उठाएँ। सोशल मीडिया, न्यूज़ प्लेटफॉर्म और अपने प्रभाव क्षेत्र में इस मुद्दे को उठाएँ ताकि सरकार और मीडिया संस्थान इस गंभीर समस्या को नज़रअंदाज न कर सकें। आपका सहयोग ही इस आंदोलन को ताकत देगा और हमें एक सुरक्षित व सम्मानजनक पत्रकारिता का भविष्य सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
*आप सभी से निवेदन है कि सभी लोग मंजुल भाई को न्याय दिलाने और पत्रकार हितों की रक्षा के लिए आगे आए और कल बुधवार सुबह 10 बजे सचिवालय के मुख्य गेट पर अपना कड़ा विरोध जताएं।*
आपकासुरेंद्र डसीला
*मंजुल भाई को न्याय दिलाने और पत्रकार हितों की लड़ाई में आपका सहयोग जरूरी…..*
